Thursday 28 September 2017

टूटा टीम इंडिया का सपना- कप्तान कोहली, धोनी को ऊपर भेजते तो शायद ना टूटता

बंगलुरु में खेले गए वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 21 रनों से हराकर टीम इंडिया के लगातार 10 वनडे जीतने का सपना चूर-चूर कर दिया। ऑस्ट्रेलिया के दिए गए 335 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम मात्र 313 रन ही बना पाई। टीम इंडिया को शुरुआत तो अच्छी मिली लेकिन उस शुरुआत को जीत तब्दील न कर पाई। वनडे के सबसे बड़े फिनिशर माने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी क्रीज़ पर काफी देरी बेजा गया जिसके कारण वह भी कुछ कमाल नहीं कर पाए। कप्तान विराट कोहली के इस फैसले पर सोशल मीडिया पर भी लोग सवाल भी उठा रहे हैं। 

क्यों भेजा गया धोनी को इतना लेट ?

सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जब भारतीय टीम को एक अच्छी शुरुआत मिली थी यह संभव किया जाता की मैच को जीत कर ही दम ले।  लेकिन कप्तान विराट कोहली से एक चूक की वजह से पिछले कुछ मैचों से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हार्दिक पंड्या को नंबर चार पर भेजने का निर्णय गलत साबित हुआ। पंड्या नए हैं, लेकिन अभी आप उनपर इतना भी प्रेशर नहीं डाल सकते हैं कि वह जाकर हर मैच जिताए। 

पंड्या बैटिंग करने चार नंबर पर आए और 40 गेंदों में 41 रन बनाए। हार्दिक 37.1 ओवर में आउट हुए उस समय टीम का स्कोर 225 रन था, लेकिन उसके बाद भी धोनी मैदान पर नहीं आए, पंड्या के बाद मनीष पांडे आए. महेंद्र सिंह धोनी 46वें ओवर में क्रीज पर उतरे जब तक पानी सिर के ऊपर से निकल चुका था।  उस समय 26 गेंदों में 49 रन चाहिए थे। 



सेट होने के लिए धोनी को समय चाहिए

पिछले काफी समय से अगर धोनी की बल्लेबाजी पर देखे तो वह आते ही हिट नहीं करते हैं।  कुछ समय क्रीज पर बिताते हैं सेट होते हैं उसके बाद ही हिट करते हैं। इसके अलावा धोनी इस समय शानदार फॉर्म में भी चल रहे हैं इसके बावजूद उन्हें बैटिंग करने नंबर 7 पर भेजा गया जो गलत साबित हुआ। 


ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बैट्समैन का कमाल, भारत के खिलाफ खेले गए मैच में बनाया शानदार रिकॉर्ड
भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के लिए पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड ज्यौफ मार्श और डेविड बून के नाम था।   

ओपनर बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और एरोन फिंच ने गुरुवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए चौथे वनडे में भारत के खिलाफ पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। इन दोंनों ने  मिलकर पहले विकेट के लिए 231 रनों की साझेदारी की जो ऑस्ट्रेलिया की तरफ से भारत के खिलाफ वनडे में पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। इसके साथ ही यह जोड़ी भारत के खिलाफ पहले विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी करने वाली सलामी जोड़ी भी बन गई है।  दक्षिण अफ्रीका के हर्शल गिब्स और गैरी कर्स्टन ने कोच्चि में भारत के खिलाफ नौ मार्च, 2000 को पहले विकेट के लिए 235 रनों की साझेदारी की थी। 

वॉर्नर ने मैच के दौरान 119 गेंदों में 12 चौके और चार छक्कों की मदद से 124 रन बनाए. वहीं फिंच ने अपने शतक में छह रनों से चूक गए।  उन्होंने अपनी 94 रनों की पारी में 96 गेंदों का सामना किया और 10 चौके तथा तीन छक्के लगाए। 
आकाश चोपड़ा पर भरी पड़ा डेविड वॉर्नर का मजाक उड़ाना 

इस जोड़ी से पहले भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के लिए पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड ज्यौफ मार्श और डेविड बून के नाम था. इस जोड़ी ने सात सितंबर, 1986 को जयपुर में पहले विकेट के लिए 212 रन जोड़े थे.

देखिये ऑस्ट्रेलिया की पारी 
ऑस्ट्रेलिया ने एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में गुरुवार को चौथे वनडे मैच में भारत के सामने 335 रनों का लक्ष्य रखा है।  जिसमे डेविड वॉर्नर ने 124 और एरोन फिंच ने 94 रन बनाए, इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 231 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की. वॉर्नर ने 119 गेंदों में 12 चौके और चार छक्के लगाए. वहीं फिंच ने 96 गेंदों में 10 चौके और तीन छक्के लगाए. यह जोड़ी जब तक मैदान पर खेल रही थी तब तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 350 के पार जाता दिख रहा था, लेकिन जैसे ही यह जोड़ी आउट गई ऑस्ट्रेलियाई पारी लड़खड़ा गई और टीम पूरे 50 ओवर खेलने के बाद पांच विकेट खोकर 334 रन ही बना सकी. भारत की तरफ से उमेश यादव ने चार विकेट लिए. केदार जाधव ने एक विकेट लिया। 

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